नानकमत्ता। दो युवकों ने युवती का घर से अपहरण कर जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में उसे चौराहे पर छोड़कर फरार हो गये। सूचना पर पुलिस ने दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से अपहरण में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की गई है। एक आरोपी का आपराधिक इतिहास भी है।
पुलिस के अनुसार 19 मई की रात करीब दस बजे पीड़िता अपनी मौसी की पुत्री से फोन पर वार्ता कर रही थी। इसी दौरान अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को उसका परिचित बताया और घर के बाहर आने को कहा। चूंकि पीड़िता की उस परिचित से बात होती रहती थी जो नाम फोन करने वाले ने लिया था इसलिए वह बाहर आ गई। तभी वहां बिना नंबर की बाइक से आये दो युवकों ने पीड़िता को पकड़ उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और मारपीट कर बाइक में बिठाकर जबरन नगला के जंगल में ले गये। आरोप है कि वहां दोनो ने युवती से बारी—बारी दुष्कर्म किया। बाद में उसे बदहवास हालत में नगला चौराहे के पास छोड़ गये। बताया गया कि पीड़िता के सदमे में होने व परिजनों ने लोकलाज के भय से पुलिस को उस समय घटना की सूचना नहीं दी। इस मामले में 21 मई को थाना नानकमत्ता में संदीप उर्फ सैंडी पुत्र ओमप्रकाश व कुणाल सिंह राणा पुत्र नरेश सिंह राणा निवासी नौगजा, नानकमत्ता के खिलाफ धारा 323, 366 व 376डी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारियों ने तीन टीमों का गठन किया। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नेशनल हाइवे से नौगजा जाने वाले रास्ते पर दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर बाइक भी बरामद कर ली। बताया गया कि संदीप अभ्यस्त अपराधी है और उसके खिलाफ पूर्व में भी नानकमत्ता थाने में मुकदमे दर्ज हैं। उन्हें पकड़ने वालों में थानाध्यक्ष केसी आर्य, उप निरीक्षक दीवान सिंह बिष्ट, शंकर सिंह बिष्ट, मंजू पंवार, प्रभारी एसओजी कमलेश भट्ट, कांस्टेबल प्रकाश आर्या, बोविन्दर कुमार, नवनीत कुमार, लोकेश तिवारी, यशवंत, प्रकाश जोशी, पूरन सिंह, भूपेन्द्र, कमला दुग्ताल, विद्या रानी, बीना, गोविन्द सिंह शामिल थे।
