शक्तिफार्म। आंचलिक बंगाली कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं श्रीमद् भागवत कथा व्यास आचार्य रामचन्द्र राय ने एक बार फिर बांग्ला भाषा को नवीन शिक्षा सत्र 2023 में लागू करवाने के लिए जन जागरण अभियान शुरू कर दिया है। वह गांव—गांव में पहुंचकर लोगों को बांग्ला भाषा की पुस्तक देते हुए शासन, प्रशासन से लोगों से अपने स्तर से भी इसकी मांग करने की अपील कर रहे हैं। राय अपने वाहन में बैनर पोस्टर लगाकर गांव—गांव घूम रहे है। जिससे लोगो को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि तहसीलदार से लेकर राष्ट्रपति तक उन्होंने विभिन्न माध्यमों से ज्ञापन सौंपा। उनका कहना था कि उत्तराखण्ड में निवास कर रहे बंगाली बाहुल्य क्षेत्रों के प्रत्येक विद्यालय में इसी सत्र में बांग्ला भाषा लागू की जाए व बंगाली समाज को आरक्षण दिया जाए। राय ने कहा की न तो उन्हें इसका क्रेडिट चाहिए न किसी भी प्रकार की ख्याति। बस बंगाली समाज को हक मिले। उन्होंने कहा यदि नवीन शिक्षा सत्र 2023—2024 में बांग्ला भाषा लागू नहीं की गई तो वह अनशन करने के लिए बाध्य होंगे और जरूरत पड़ने पर आमरण अनशन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
